11 March special day in India
11 मार्च को मनाया जाने वाला दिवस
11 March
special day in India

11 March special day in India
महत्वपूर्ण दिवस
11 March special day in India
11 मार्च जन्म, निधन
1689: ‘छत्रपति संभाजी राजे भोसले’ – मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति, निधन
1863: ‘सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय’ – बड़ोदा रियासत के महाराजा, जन्म
1840: ‘द्विजेन्द्रनाथ टैगोर’ – भारत के एक कवि, गीतकार, दार्शनिक, गणितज्ञ, जन्म
1942: ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह’ – पंजाब के 15वें मुख्यमंत्री, जन्म
11 March special day in India
11 मार्च इतिहास
1886: आनंदीबाई गोपालराव जोशी को फिलाडेल्फिया विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई।
1990: लिथुआनिया ने सोवियत संघ से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की।
1999: इन्फोसिस नैस्डैक शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी।
11 मार्च को मनाया जाने वाला दिवस
विश्व प्लंबिंग दिवस
विश्व प्लंबिंग दिवस
11 मार्च
विश्व प्लंबिंग दिवस
#WorldPlumbingDay #CleanWaterForAll #SanitationMatters
विश्व प्लंबिंग दिवस हर साल 11 मार्च को मनाया जाता है, ताकि स्वच्छ पानी, स्वच्छता और प्लंबिंग सेवाओं के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। इस दिन की शुरुआत विश्व प्लंबिंग परिषद (WPC) ने की थी, ताकि दुनिया भर में प्लंबिंग के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर प्रभाव को उजागर किया जा सके।
प्लंबिंग सेवाएं स्वच्छ पानी की
प्लंबिंग सेवाएं स्वच्छ पानी की आपूर्ति, जल निकासी और स्वास्थ्य प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह दिन उन प्लंबर्स की कड़ी मेहनत और समर्पण का सम्मान करता है, जो हमारे दैनिक जीवन को सुरक्षित और आरामदायक बनाते हैं।
विश्व प्लंबिंग दिवस स्वच्छता
विश्व प्लंबिंग दिवस स्वच्छता सुविधाओं के महत्व को पहचानने और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश देता है। यह दिन हमें स्वास्थ्य, स्वच्छता और स्वच्छ जल की उपलब्धता के लिए प्लंबिंग सेवाओं की भूमिका को समझने के लिए प्रेरित करता है।
11 मार्च को मनाया जाने वाला दिवस
नेशनल ड्रीम डे
नेशनल ड्रीम डे
11 मार्च
नेशनल ड्रीम डे
#NationalDreamDay #FollowYourDreams #BelieveInYourself
नेशनल ड्रीम डे हर साल 11 मार्च को मनाया जाता है, ताकि लोगों को अपने सपनों को पहचानने, उनका सम्मान करने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित किया जा सके। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हर सपना महत्वपूर्ण है और उसे साकार करने के लिए मेहनत और विश्वास की जरूरत होती है।
सपने हमारे जीवन में प्रेरणा
सपने हमारे जीवन में प्रेरणा और ऊर्जा भरते हैं, चाहे वे छोटे लक्ष्य हों या बड़े जीवन लक्ष्य। यह दिन लोगों को अपने सपनों को लिखने, उन पर काम करने और बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है।
नेशनल ड्रीम डे यह संदेश
नेशनल ड्रीम डे यह संदेश देता है कि कोई भी सपना असंभव नहीं है, अगर हम उसे पाने के लिए पूरी लगन और आत्मविश्वास के साथ मेहनत करें। यह दिन आत्म-प्रेरणा और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है।
11 March special day in India
सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय
11 मार्च
सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय
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सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय बड़ौदा रियासत के प्रसिद्ध शासक थे, जिनका शासनकाल 1875 से 1939 तक रहा। उनका जन्म 11 मार्च 1863 को हुआ था और वे अपने सुधारवादी दृष्टिकोण और प्रगतिशील नीतियों के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और
उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए। सयाजीराव गायकवाड़ ने बड़ौदा में निःशुल्क अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा शुरू की और महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा दिया। वे समाज में जाति प्रथा और छुआछूत के विरोधी थे और उन्होंने अंबेडकर जैसे समाज सुधारकों को शिक्षा के लिए सहायता प्रदान की।
उनकी शासन शैली ने बड़ौदा को
उनकी शासन शैली ने बड़ौदा को एक आधुनिक और विकसित रियासत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय भारतीय इतिहास में एक दूरदर्शी, जनहितैषी और प्रगतिशील शासक के रूप में जाने जाते हैं।
11 March special day in India
आनंदीबाई गोपालराव जोशी
11 मार्च
आनंदीबाई गोपालराव जोशी
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आनंदीबाई गोपालराव जोशी भारत की पहली महिला डॉक्टर थीं, जिन्होंने मेडिकल की पढ़ाई करके भारतीय महिलाओं के लिए नया मार्ग प्रशस्त किया। उनका जन्म 31 मार्च 1865 को महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हुआ था। उन्होंने समाज की रूढ़िवादी सोच के बावजूद 1886 में अमेरिका के पेंसिल्वेनिया महिला मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरी की डिग्री प्राप्त की।
आनंदीबाई ने महिलाओं की शिक्षा
आनंदीबाई ने महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके पति गोपालराव जोशी ने उनकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस समय जब महिलाओं की शिक्षा को नजरअंदाज किया जाता था, आनंदीबाई ने अपनी मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया।
उनका जीवन समाज में
उनका जीवन समाज में महिलाओं की शिक्षा और स्वतंत्रता के प्रति प्रेरणा का स्रोत है। आज भी उन्हें भारत की पहली महिला डॉक्टर के रूप में सम्मान और गर्व के साथ याद किया जाता है।