13 April special day in India
13 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
13 April
special day in India

13 april special day in India
महत्वपूर्ण दिवस
13 april special day in India
13 अप्रैल जन्म, निधन
वसंत रामजी खानोलकर जन्म
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वसंत रामजी खानोलकर, जिन्हें वी. आर. खानोलकर के नाम से भी जाना जाता है, भारत के प्रमुख रोगविज्ञानी थे। उनका जन्म 13 अप्रैल 1895 को हुआ था। उन्होंने कैंसर, रक्त समूहों और कुष्ठ रोग के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे उन्हें ‘भारत में पैथोलॉजी और चिकित्सा अनुसंधान के पिता’ के रूप में मान्यता मिली। लंदन विश्वविद्यालय से एम.डी. की डिग्री प्राप्त करने के बाद, उन्होंने ग्रांट मेडिकल कॉलेज और सेठ जी.एस. मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी के प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। वे टाटा मेमोरियल अस्पताल में अनुसंधान निदेशक भी रहे। भारत सरकार ने उनकी सेवाओं के लिए 1955 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। 29 अक्टूबर 1978 को उनका निधन हुआ|
डॉ. नजमा हेपतुल्ला जन्म
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डॉ. नजमा हेपतुल्ला एक प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ और समाजसेविका हैं। उनका जन्म 13 अप्रैल 1940 को भोपाल, मध्यप्रदेश में हुआ था। वे भारतीय संसद की राज्यसभा की उपसभापति रह चुकी हैं और अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री भी रहीं। उन्होंने विज्ञान, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी योगदान दिया है। वे संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि भी रहीं। उन्हें उनके बहुआयामी कार्यों के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए हैं।
डॉ. रितु करिधाल श्रीवास्तव जन्म
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डॉ. रितु करिधाल श्रीवास्तव एक प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, जिन्हें ‘भारत की रॉकेट वुमन’ के नाम से जाना जाता है। उनका जन्म 13 अप्रैल 1975 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक और भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर किया। 1997 में इसरो में शामिल होने के बाद, उन्होंने मंगलयान मिशन में डिप्टी ऑपरेशंस डायरेक्टर और चंद्रयान-2 मिशन में मिशन डायरेक्टर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
दशरथ पुजारी निधन
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दशरथ पुजारी एक प्रतिष्ठित मराठी संगीतकार थे, जिनका जन्म 30 अगस्त 1930 को बड़ौदा (अब वडोदरा), गुजरात में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में ली और संगीत की शिक्षा गोपालराव भातंब्रेकर गुरुजी से प्राप्त की। 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने संगीत निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। उनके द्वारा रचित गीत जैसे ‘झिमझिम झरती श्रावणधारा’, ‘अशीच अमुची आई असती’, और ‘चल ऊठ रे मुकुंदा’ आज भी लोकप्रिय हैं। उन्होंने ‘अजून त्या झुडुपांच्या मागे’ नामक आत्मकथा भी लिखी। 13 अप्रैल 2008 को उनका निधन हुआ।
बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल निधन
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बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिनका जन्म 25 अगस्त 1918 को बिहार के मधेपुरा जिले में हुआ था। उन्होंने बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में फरवरी 1968 में संक्षिप्त अवधि के लिए सेवा की। मंडल आयोग के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने 1980 में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए आरक्षण की सिफारिश की, जिसे 1990 में लागू किया गया। 13 अप्रैल 1982 को उनका निधन हुआ।
13 April special day in India
अप्रैल इतिहास
1648: दिल्ली में लाल किला बनाया गया।
1919: जलियांवाला बाग नरसंहार
1948: भुवनेश्वर को उड़ीसा राज्य की राजधानी बनाया गया।
1960: संयुक्त राज्य अमेरिका ने दुनिया का पहला नेविगेशन उपग्रह ट्रांजिट 1-बी लॉन्च किया।
2000: प्रसिद्ध हिन्दी फ़िल्म अभिनेत्री लारा दत्ता मिस वर्ल्ड बनीं।
13 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस
13 April special day in India
अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस
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अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस हर वर्ष 13 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य जाट समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं और समाज में उनके योगदान को सम्मान देना है। जाट समुदाय भारत सहित विश्व के कई देशों में फैला हुआ है और कृषि, सेना, खेल, राजनीति तथा सामाजिक सेवा जैसे अनेक क्षेत्रों में इनका योगदान उल्लेखनीय रहा है।
यह दिवस समुदाय की एकता, गौरव
यह दिवस समुदाय की एकता, गौरव और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएँ, संगोष्ठियाँ और सामाजिक आयोजन किए जाते हैं। 13 अप्रैल का चयन इसलिए भी खास है क्योंकि यह फसलों की कटाई के बाद का समय होता है, जो खुशहाली और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस जाट समुदाय को अपनी पहचान और विरासत पर गर्व करने का अवसर प्रदान करता है।
13 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
जलियांवाला बाग हत्याकांड स्मृति दिवस
जलियांवाला बाग हत्याकांड स्मृति दिवस
13 April special day in India
जलियांवाला बाग हत्याकांड स्मृति दिवस
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13 अप्रैल 1919 का दिन भारतीय इतिहास का एक अत्यंत दुखद और क्रूर दिन माना जाता है। इस दिन अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग में निहत्थे लोगों पर ब्रिटिश जनरल डायर ने अंधाधुंध गोलीबारी का आदेश दिया। हजारों की संख्या में महिलाएं, बच्चे और पुरुष बैसाखी के पर्व पर एकत्र हुए थे और शांतिपूर्ण ढंग से सभा कर रहे थे।
इस नरसंहार में सैकड़ों निर्दोष लोग
इस नरसंहार में सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक निर्णायक मोड़ बनी, जिसने पूरे देश को आंदोलित कर दिया। महात्मा गांधी सहित कई नेताओं ने अंग्रेजों के खिलाफ असहयोग आंदोलन को तेज किया।
हर वर्ष 13 अप्रैल को यह दिवस
हर वर्ष 13 अप्रैल को यह दिवस हमें उन शहीदों की याद दिलाता है, जिन्होंने आज़ादी की राह में अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिन हमारे दिलों में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष और बलिदान की भावना को जीवित रखता है।
13 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
अंतर्राष्ट्रीय पौधा प्रशंसा दिवस
अंतर्राष्ट्रीय पौधा प्रशंसा दिवस
13 April special day in India
अंतर्राष्ट्रीय पौधा प्रशंसा दिवस
#PlantAppreciationDay #SavePlants #GoGreen
अंतर्राष्ट्रीय पौधा प्रशंसा दिवस वर्ष 13 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन पौधों के महत्व को समझने और उनके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित होता है। पौधे न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि भोजन, औषधियाँ, वस्त्र और आवास की सामग्री भी देते हैं।
इस दिवस का उद्देश्य लोगों
इस दिवस का उद्देश्य लोगों को यह याद दिलाना है कि पौधे हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं और हमें उनका सम्मान करना चाहिए। स्कूलों, कॉलेजों, पर्यावरण संस्थाओं और घरों में इस दिन पौधे लगाए जाते हैं, उन्हें सजाया जाता है और उनके बारे में जानकारी साझा की जाती है।
यह दिवस पर्यावरण संरक्षण
यह दिवस पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता और सतत विकास के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। हमें पौधों की देखभाल करके न केवल प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करनी चाहिए, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए हरियाली भी सुरक्षित रखनी चाहिए।