15 April special day in India
15 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस

15 April
special day in India

15 april special day in india

15 april special day in India
महत्वपूर्ण दिवस

15 april special day in India
15 अप्रैल जन्म, निधन

गुरु नानक देव जन्म

#GuruNanakDev #Sikhism #PeaceAndUnity

गुरु नानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु थे। उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को में हुआ था। उन्होंने पूरी मानवता को प्रेम, समानता, सेवा और सत्य की राह पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने जात-पात, अंधविश्वास और धार्मिक भेदभाव का विरोध किया। गुरु नानक जी ने अनेक देशों की यात्रा की और अपने उपदेशों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।

गुरु अर्जुन देव जन्म

#GuruArjanDev #SikhMartyr #SacrificeForFaith

गुरु अर्जुन देव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु थे। उनका जन्म 15 अप्रैल 1563 को गोइंदवाल (पंजाब) में हुआ था। वे सिख धर्म के पहले शहीद माने जाते हैं। उन्होंने “गुरु ग्रंथ साहिब” का संपादन कर उसे धर्मग्रंथ का रूप दिया। गुरु अर्जुन देव जी ने स्वर्ण मंदिर (हरमंदिर साहिब) की स्थापना भी की, जो आज सिखों का सबसे पवित्र स्थान है। मुगल शासक जहांगीर के अत्याचारों का सामना करते हुए उन्होंने धर्म और सत्य के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनका बलिदान सिख इतिहास में अमर है।

15 April special day in India
अप्रैल इतिहास

1689 : फ्रांस ने स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।

1817 : अमेरिका में बधिर बच्चों के लिए पहला स्कूल खोला गया।

1912 : आर.एम.एस. जहाज़ टाइटैनिक उत्तरी अटलांटिक महासागर में डूब गया।

1923 : मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए इंसुलिन बाजार में उपलब्ध हुआ।

1948 : हिमाचल प्रदेश राज्य की स्थापना हुई थी।

1955 : अमेरिका ने नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण किया।

15 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
विश्व कला दिवस

15 April special day in India

विश्व कला दिवस

#WorldArtDay #CelebrateCreativity #ArtForAll

विश्व कला दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन प्रसिद्ध कलाकार लियोनार्डो दा विंची के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो कला और विज्ञान दोनों के क्षेत्र में महान योगदानकर्ता थे। इस दिन का उद्देश्य कला के महत्व को उजागर करना और समाज में रचनात्मकता, अभिव्यक्ति तथा सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना है।

कला न केवल सौंदर्य का माध्यम है

कला न केवल सौंदर्य का माध्यम है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता, भावनाओं की अभिव्यक्ति और विचारों के आदान-प्रदान का सशक्त साधन भी है। चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, नृत्य, रंगमंच, फिल्म आदि सभी कलाएँ मानव सभ्यता की धरोहर हैं।

विश्व कला दिवस पर स्कूलों

विश्व कला दिवस पर स्कूलों, संस्थाओं और कला दीर्घाओं में विभिन्न गतिविधियाँ जैसे चित्रकला प्रतियोगिताएँ, प्रदर्शनी, वर्कशॉप और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह दिन हमें रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने और कलाकारों का सम्मान करने का संदेश देता है।

15 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
हिमाचल प्रदेश दिवस

15 April special day in India

हिमाचल प्रदेश दिवस

#HimachalPradeshDay #PrideOfHimachal #CelebrateCulture

हिमाचल प्रदेश दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन 1948 में हिमाचल प्रदेश के एक स्वतंत्र प्रांत के रूप में गठन की स्मृति में मनाया जाता है, जब 30 से अधिक देशी रियासतों को मिलाकर इसे एकीकृत किया गया था। बाद में, 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।

यह पर्व राज्य की सांस्कृतिक विविधता

यह पर्व राज्य की सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक विरासत और विकास को सम्मानित करने का अवसर होता है। इस दिन राज्यभर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड, भाषण, और लोकनृत्य आयोजित किए जाते हैं। स्कूल, कॉलेज, और सरकारी कार्यालयों में भी विशेष कार्यक्रम होते हैं।

हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता

हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, पर्वतीय संस्कृति और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। हिमाचल प्रदेश दिवस हमें राज्य के गौरवशाली अतीत और वर्तमान उपलब्धियों पर गर्व करने का अवसर देता है।

15 अप्रैल को मनाया जाने वाला दिवस
टाइटैनिक स्मरण दिवस

15 April special day in India

टाइटैनिक स्मरण दिवस

#TitanicRemembranceDay #NeverForget #MaritimeHistory

टाइटैनिक रिमेम्ब्रेंस डे प्रत्येक वर्ष 15 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन उस ऐतिहासिक और दुखद घटना की याद में मनाया जाता है जब 1912 में टाइटैनिक नामक विशाल जहाज अटलांटिक महासागर में डूब गया था। इस हादसे में 1500 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।

टाइटैनिक अपने समय का सबसे

टाइटैनिक अपने समय का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक जहाज था, जिसे “अडूबने वाला जहाज” कहा जाता था। लेकिन 14 अप्रैल की रात एक हिमखंड से टकराने के बाद यह जहाज डूब गया। यह हादसा मानव इतिहास की सबसे बड़ी समुद्री त्रासदियों में से एक माना जाता है।

इस दिन पर लोग उन मृतकों को

इस दिन पर लोग उन मृतकों को श्रद्धांजलि देते हैं और समुद्री सुरक्षा की आवश्यकता पर विचार करते हैं। यह दिन हमें यह भी सिखाता है कि तकनीकी प्रगति के साथ-साथ सतर्कता और मानव जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।

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