18 जुलाई का दिन विशेष
18 July special day in India
18 July
special day in India

18 July special day in India
महत्वपूर्ण दिवस
18 जुलाई का दिन विशेष
18 जुलाई का इतिहास
- 1852: इंग्लैंड में चुनावों में गुप्त मतदान का प्रयोग शुरू हुआ।
- 1925: एडोल्फ हिटलर ने अपनी आत्मकथात्मक पुस्तक मीन काम्फ प्रकाशित की।
- 1966: अमेरिका ने जेमिनी 10 लॉन्च किया।
- 1968: कैलिफोर्निया में इंटेल कंपनी की स्थापना हुई।
- 1976: नादिया कोमनेसी ने मॉन्ट्रियल ओलंपिक में जिम्नास्टिक में पहली बार 10 में से 10 अंक प्राप्त किये।
- 1980: भारत ने एस. एल. रोहिणी-1 उपग्रह को वी-3 अंतरिक्ष यान द्वारा सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया।
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18 जुलाई जन्म, निधन
18 जुलाई का दिन विशेष
नेल्सन मंडेला जन्म
18 July special day in India
बिष्णु डे जन्म
बिष्णु डे बीसवीं सदी के प्रमुख आधुनिक बंगाली कवि माने जाते हैं। उनका जन्म 18 जुलाई 1909 को कोलकाता में हुआ था। वे अपनी रचनाओं में सामाजिक यथार्थ, कला और पश्चिमी साहित्य का अद्भुत संगम प्रस्तुत करते थे। टैगोर के बाद बंगाली कविता को आधुनिक दृष्टि देने वालों में उनका नाम प्रमुख है। उन्होंने स्मृति सत्ता भविष्यत जैसी काव्य-कृतियों से नई कविता आंदोलन को मज़बूती दी।
डे ने कोलकाता के प्रतिष्ठित कॉलेजों में अंग्रेज़ी साहित्य पढ़ाया और युवाओं को साहित्य से जोड़ा। उनकी कविताओं में मार्क्सवादी दृष्टिकोण और सामाजिक जागरूकता साफ झलकती है। 1965 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और 1971 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया।
बिष्णु डे की कविताएँ आज भी पढ़ने वालों को सोचने पर मजबूर करती हैं। उनका निधन 3 दिसंबर 1982 को हुआ, पर उनकी कविताएँ आज भी जिंदा हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करती हैं।
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कदम्बिनी गांगुली जन्म
कदम्बिनी गांगुली भारत की पहली महिला डॉक्टरों में से एक थीं, जिन्होंने पश्चिमी चिकित्सा में डिग्री हासिल की। उनका जन्म 18 जुलाई 1861 को भागलपुर में हुआ था। उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर यह साबित किया कि महिलाएं भी शिक्षा में किसी से कम नहीं हैं। कदम्बिनी गांगुली ने कोलकाता मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर उस समय की सामाजिक बंदिशों को तोड़ा और 1886 में डॉक्टर बनकर पेशेवर चिकित्सा में कदम रखा।
उन्होंने स्कॉटलैंड जाकर भी चिकित्सा का प्रशिक्षण लिया और एक कुशल स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में ख्याति अर्जित की। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला वक्ता भी बनीं। कदम्बिनी गांगुली ने महिला शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका निधन 3 अक्टूबर 1923 को हुआ, लेकिन उनका जीवन आज भी महिलाओं के लिए साहस और संघर्ष की मिसाल है।
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राजेश खन्ना निधन
राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार माने जाते हैं। उनका जन्म 29 दिसंबर 1942 को हुआ था। उन्होंने आनंद, अराधना, कटी पतंग जैसी अनगिनत हिट फिल्में दीं। उनकी मुस्कान और अंदाज ने करोड़ों दिलों को जीता। राजेश खन्ना को ‘काका’ कहकर भी पुकारा जाता था। उनका निधन 18 जुलाई 2012 को हुआ, लेकिन उनका स्टारडम आज भी अमर है।
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प्रियांका चोप्रा जन्म
प्रियांका चोप्रा भारत की मशहूर अभिनेत्री, गायिका और फिल्म निर्माता हैं। उनका जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर में हुआ था। उन्होंने मिस वर्ल्ड 2000 का खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया। बॉलीवुड में मुझसे शादी करोगी, बाजीराव मस्तानी जैसी कई हिट फिल्में दीं। हॉलीवुड में भी क्वांटिको सीरीज़ से उन्होंने पहचान बनाई। प्रियांका सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहती हैं और यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर हैं।
18 जुलाई का दिन विशेष
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस
18 July special day in India
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस
#NelsonMandelaDay #HumanRights #GlobalPeace
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 18 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन नेल्सन मंडेला के जन्मदिन की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ जीवनभर संघर्ष किया और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। संयुक्त राष्ट्र ने 2009 में इस दिन को आधिकारिक मान्यता दी ताकि मंडेला के योगदान और उनके मूल्यों को पूरी दुनिया में याद रखा जा सके।
इस दिन लोग 67 मिनट समाज सेवा करके
इस दिन लोग 67 मिनट समाज सेवा करके मंडेला के उन 67 वर्षों को सम्मान देते हैं जो उन्होंने मानवता और समानता के लिए समर्पित किए थे। स्कूलों, संस्थाओं और समुदायों में इस दिन गरीबों की मदद, शिक्षा को बढ़ावा और शांति के संदेश को फैलाने के लिए कई आयोजन होते हैं।
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस हमें
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस हमें याद दिलाता है कि एक व्यक्ति की प्रतिबद्धता और साहस से दुनिया में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
18 जुलाई का दिन विशेष
विश्व श्रवण दिवस
विश्व श्रवण दिवस
18 July special day in India
विश्व श्रवण दिवस
#WorldListeningDay #SoundAwareness #ShravanDiwas
विश्व श्रवण दिवस हर साल 18 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन सुनने की महत्ता और ध्वनि के पर्यावरणीय प्रभाव को समझाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से प्रसिद्ध कनाडाई संगीतकार और ध्वनि पारिस्थितिकी के जनक रेमंड मरे शेफर की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने ध्वनि के संरक्षण और उसके प्रभावों पर गहन अध्ययन किया।
विश्व श्रवण दिवस हमें याद दिलाता है
विश्व श्रवण दिवस हमें याद दिलाता है कि हम रोज़मर्रा के जीवन में कितनी आवाज़ों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं और शोरगुल से प्राकृतिक ध्वनियाँ दब जाती हैं। इस दिन स्कूल, संस्थान और पर्यावरण संगठन साउंड वॉक, ध्वनि रिकॉर्डिंग और चर्चा सत्र जैसे कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक करते हैं।
यह दिवस हमें यह भी सिखाता है कि
यह दिवस हमें यह भी सिखाता है कि ध्वनि को सुनना और समझना भी एक जिम्मेदारी है। सही श्रवण से हम न केवल पर्यावरण से जुड़ते हैं बल्कि अपनी भीतरी शांति भी पाते हैं।
18 जुलाई का दिन विशेष | 18 July special day in India