18 June special day in India
18 जून को मनाया जाने वाला दिवस

18 June
special day in India

18 june special day in india

18 June special day in India
महत्वपूर्ण दिवस

18 June special day in India
18 जून जन्म, निधन

अनुग्रह नारायण सिंह जन्म

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अनुग्रह नारायण सिंह एक भारतीय राजनेता और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनका जन्म 18 जून 1887 को बिहार के औरंगाबाद जिले में हुआ था। वे बिहार के पहले उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री रहे। गांधीजी के नेतृत्व में हुए स्वतंत्रता आंदोलनों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे न सिर्फ एक कुशल प्रशासक थे, बल्कि एक समाजसेवी और शिक्षाविद् भी थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्होंने बिहार के विकास, विशेष रूप से शिक्षा, सिंचाई और स्वास्थ्य क्षेत्रों में अहम योगदान दिया। उन्हें “बिहार विभूषण” की उपाधि भी दी गई थी। उनका निधन 5 जुलाई 1957 को हुआ।

मिल्खा सिंह निधन

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मिल्खा सिंह, जिन्हें “फ्लाइंग सिख” के नाम से जाना जाता है, भारत के महानतम धावकों में से एक थे। उनका जन्म 20 नवंबर 1929 को वर्तमान पाकिस्तान में हुआ था। विभाजन के समय उनका परिवार बंटवारे की हिंसा का शिकार हुआ, लेकिन उन्होंने कठिनाइयों को पार कर खेलों में अपना नाम बनाया। उन्होंने 1958 के एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते। 1960 के रोम ओलंपिक में चौथा स्थान पाकर वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुए। उनके जीवन पर आधारित फिल्म भाग मिल्खा भाग ने उन्हें नई पीढ़ी से जोड़ा। उनका निधन 18 जून 2021 को हुआ।

शंकर त्रिंबक धर्माधिकारी जन्म

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शंकर त्रिंबक धर्माधिकारी, जिन्हें प्रेमपूर्वक “दादा धर्माधिकारी” कहा जाता है, एक महान गांधीवादी चिंतक, समाज सुधारक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उनका जन्म 18 जून 1899 को मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में हुआ था। वे महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हुए। दादा धर्माधिकारी ने न सिर्फ ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज़ उठाई, बल्कि दलितों, महिलाओं और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए भी आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 25 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें सामाजिक चेतना और नैतिक मूल्यों का संदेश था। उनका निधन 1 दिसंबर 1985 को सेवाग्राम, वर्धा में हुआ। उनका जीवन सरलता, सत्य और सेवा का प्रतीक माना जाता है।

18 June special day in India
18 जून इतिहास

1830: फ्रांस ने अल्जीरिया पर कब्जा किया।

1908: फिलीपींस विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।

1946: डॉ. राम मनोहर लोहिया के नेतृत्व में गोवा में पुर्तगाली शासन के खिलाफ पहला सत्याग्रह आंदोलन शुरू हुआ।

1987 : एम. एस. स्वामीनाथन को पहला विश्व खाद्य पुरस्कार मिला।

2009: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पानी की खोज के लिए चंद्रमा पर एक विशेष उपग्रह भेजा।

18 जून को मनाया जाने वाला दिवस
सस्टेनेबल गैस्ट्रोनॉमी डे

18 June special day in India

सस्टेनेबल गैस्ट्रोनॉमी डे

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सस्टेनेबल गैस्ट्रोनॉमी डे प्रत्येक वर्ष 18 जून को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य खाने की आदतों और खाद्य उत्पादन के टिकाऊ तरीकों को प्रोत्साहित करना है, ताकि पर्यावरण, कृषि और सांस्कृतिक परंपराओं की सुरक्षा हो सके। ‘गैस्ट्रोनॉमी’ का अर्थ केवल स्वादिष्ट भोजन से नहीं, बल्कि यह इस बात से भी जुड़ा है कि भोजन कहाँ से आता है, कैसे उगाया जाता है और किस प्रकार से वह हमारी संस्कृति से जुड़ा होता है।

यह दिन स्थानीय किसानों, पारंपरिक व्यंजनों और

यह दिन स्थानीय किसानों, पारंपरिक व्यंजनों और मौसमी खाद्य पदार्थों के महत्व को उजागर करता है। टिकाऊ गैस्ट्रोनॉमी का पालन करने से न केवल पर्यावरणीय क्षति को कम किया जा सकता है, बल्कि खाद्य सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है। यह दिन हमें यह सिखाता है कि स्वाद और पर्यावरण की रक्षा एक साथ संभव है।

18 जून को मनाया जाने वाला दिवस
अंतर्राष्ट्रीय घृणा भाषण विरोध दिवस

18 June special day in India

अंतर्राष्ट्रीय घृणा भाषण विरोध दिवस

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अंतर्राष्ट्रीय घृणा भाषण विरोध दिवस (International Day for Countering Hate Speech) हर साल 18 जून को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में फैल रही नफरत, असहिष्णुता और भेदभाव को रोकना और शांति, सहिष्णुता व मानव अधिकारों को बढ़ावा देना है। आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर घृणा से भरे विचार तेजी से फैलते हैं, जिससे समाज में तनाव और हिंसा बढ़ सकती है।

इस दिन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश और

इस दिन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश और सामाजिक संगठन जागरूकता फैलाते हैं, ताकि लोग जिम्मेदार तरीके से संवाद करें और विविधता का सम्मान करें। शिक्षा, संवाद और समझदारी के ज़रिए ही घृणा भाषण का मुकाबला किया जा सकता है। यह दिवस हमें प्रेरित करता है कि हम अपने शब्दों और कार्यों से समाज में एकता, प्रेम और सहिष्णुता को बढ़ावा दें।

18 जून को मनाया जाने वाला दिवस
अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक डे

18 June special day in India

अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक डे

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अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक डे हर साल 18 जून को मनाया जाता है। यह दिन परिवार, मित्रों और प्रियजनों के साथ समय बिताने और प्रकृति के समीप आकर आनंद लेने का एक सुंदर अवसर प्रदान करता है। पिकनिक का अर्थ केवल भोजन करना नहीं, बल्कि हँसी, बातचीत, खेल और आपसी संबंधों को मजबूत करना भी है।

इस दिन लोग पार्कों, बागों, समुद्र तटों या

इस दिन लोग पार्कों, बागों, समुद्र तटों या पहाड़ों पर जाकर खुली हवा में भोजन करते हैं और प्रकृति की खूबसूरती का आनंद लेते हैं। यह व्यस्त जीवनशैली से एक सुखद विराम है, जो मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। बच्चों और बड़ों सभी के लिए पिकनिक एक सकारात्मक अनुभव होता है। यह दिन हमें सिखाता है कि छोटे-छोटे पलों में भी बड़ी खुशियाँ छिपी होती हैं।

18 जून को मनाया जाने वाला दिवस
गोवा क्रांति दिवस

18 June special day in India

गोवा क्रांति दिवस

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गोवा क्रांति दिवस हर साल 18 जून को मनाया जाता है। यह दिन 1946 में गोवा की पुर्तगाली शासन से मुक्ति की शुरुआत का प्रतीक है। इसी दिन डॉ. राम मनोहर लोहिया ने गोवा के मडगांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया था और पुर्तगाली शासन के खिलाफ आवाज़ उठाई थी।

उनके इस कदम से गोवा में स्वतंत्रता आंदोलन को

उनके इस कदम से गोवा में स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा और ऊर्जा मिली। यह आंदोलन धीरे-धीरे पूरे गोवा में फैल गया और लोगों ने पुर्तगालियों के अत्याचारों के खिलाफ संगठित रूप से विरोध करना शुरू किया। 18 जून का दिन गोवा की आज़ादी की नींव रखने वाला दिन माना जाता है, हालांकि गोवा को पूर्ण स्वतंत्रता 19 दिसंबर 1961 को मिली। यह दिन गोवा के लोगों के संघर्ष, साहस और बलिदान की याद दिलाता है और युवा पीढ़ी को आज़ादी की कीमत समझने का अवसर देता है।

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