19 जुलाई का दिन विशेष
19 July special day in India
19 July
special day in India

19 July special day in India
महत्वपूर्ण दिवस
19 जुलाई का दिन विशेष
19 जुलाई का इतिहास
- 1900: पहली पेरिस मेट्रो सेवा शुरू हुई।
- 1903: मौरिस गारिन ने पहला टूर डी फ्रांस जीता।
- 1940: द्वितीय विश्व युद्ध – केप स्पाडा की लड़ाई।
- 1952: फिनलैंड के हेलसिंकी में 15वें ओलंपिक खेल शुरू हुए।
- 1969: भारत सरकार ने देश के 14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया।
- 1969: अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग, एडविन एल्ड्रिन और माइकल कोलिन्स को लेकर अपोलो 11 चन्द्रमा की कक्षा में पहुंचा।
- 1976: नेपाल में सागरमाथा राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया।
- 1980: मास्को में 22वें ओलंपिक खेल शुरू हुए।
- 1996: अमेरिका के अटलांटा में 26वें ओलंपिक खेल शुरू हुए।
19 July special day in India
19 जुलाई जन्म, निधन
19 जुलाई का दिन विशेष
मंगल पांडे जन्म
मंगल पांडे भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत माने जाते हैं। उनका जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ था। वे 1857 के विद्रोह के नायक बने और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी जलाने वाले पहले सिपाही कहे जाते हैं। मंगल पांडे ने ईस्ट इंडिया कंपनी के कारतूसों में गाय और सुअर की चर्बी होने का विरोध किया और अपने साथी सिपाहियों को विद्रोह के लिए प्रेरित किया। उनका बलिदान आज भी युवाओं को आज़ादी के लिए संघर्ष की प्रेरणा देता है।
19 July special day in India
बलाइचंद मुखोपाध्याय जन्म
बलाइचंद मुखोपाध्याय, जिन्हें साहित्य जगत में ‘बनफूल’ के नाम से जाना जाता है, बंगाली भाषा के प्रसिद्ध लेखक और चिकित्सक थे। उनका जन्म 19 जुलाई 1899 को बिहार के पुर्णिया में हुआ था। बनफूल ने लघु कहानियों, उपन्यासों और कविताओं के माध्यम से समाज की जटिलताओं को सरल शब्दों में व्यक्त किया। उनकी कहानियाँ मानवीय संवेदनाओं को गहराई से छूती हैं। बौना, द्वीप, पंचवटी जैसी रचनाएँ आज भी चर्चित हैं। उनका योगदान आधुनिक बंगाली साहित्य में अविस्मरणीय है।
19 July special day in India
नालापत बालमणि अम्मा जन्मजन्म
नालापत बालमणि अम्मा मलयालम भाषा की महान कवयित्री थीं, जिन्हें स्नेहपूर्वक “मदर ऑफ मलयालम पोएट्री” कहा जाता है। उनका जन्म 19 जुलाई 1909 को केरल के पून्नयूरकुलम में हुआ था। बालमणि अम्मा ने कभी औपचारिक शिक्षा नहीं ली, पर उन्होंने अपने मामा नालापत नारायण मेनन से साहित्य का गहरा ज्ञान प्राप्त किया। उनकी कविताएँ मातृत्व, परिवार और मानवीय संवेदनाओं की कोमल अभिव्यक्ति हैं।
उनकी प्रसिद्ध कृतियों में अम्मा, मुथस्सी और माझुविन्ते कथा शामिल हैं, जो आज भी पाठकों को भावुक कर देती हैं। उन्हें पद्म भूषण, केरल साहित्य अकादमी और सरस्वती सम्मान जैसे कई पुरस्कारों से नवाजा गया। उनकी पुत्री कमला दास भी जानी-मानी लेखिका थीं। बालमणि अम्मा का निधन 29 सितंबर 2004 को हुआ, लेकिन उनकी कविताएँ आज भी मलयालम साहित्य प्रेमियों के हृदय में जीवित हैं।
19 July special day in India
हर्षा भोगले जन्म
हर्षा भोगले भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय कमेंटेटर माने जाते हैं। उनका जन्म 19 जुलाई 1961 को हैदराबाद में हुआ था। उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर IIM अहमदाबाद से मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की। पढ़ाई के बाद उन्होंने रेडियो से कमेंट्री की शुरुआत की और अपनी साफ आवाज और तथ्यात्मक अंदाज से दर्शकों के दिलों में जगह बना ली।
हर्षा भोगले पहले ऐसे भारतीय रहे जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई बीबीसी ने अंतरराष्ट्रीय दौरे पर कमेंट्री के लिए बुलाया। उन्होंने IPL समेत कई बड़े क्रिकेट टूर्नामेंटों में अपनी खास पहचान बनाई है। उनके अनोखे सवाल, रोचक किस्से और खेल के प्रति गहरी समझ उन्हें भीड़ से अलग बनाती है। क्रिकेट की दुनिया में उनकी आवाज को ‘क्रिकेट की आवाज’ कहा जाता है। वे नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं और खेल पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका योगदान अमूल्य है।
19 जुलाई का दिन विशेष
नेशनल फुटबॉल डे
नेशनल फुटबॉल डे
19 July special day in India
नेशनल फुटबॉल डे
#NationalFootballDay #FootballLovers #SportsSpirit
नेशनल फुटबॉल डे हर साल फुटबॉल प्रेमियों के उत्साह और खेल भावना को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। यह दिन खेल के महत्व और इसके सामाजिक जुड़ाव को दर्शाता है। फुटबॉल न केवल एक खेल है, बल्कि यह टीमवर्क, अनुशासन और फिटनेस का प्रतीक भी है। स्कूल-कॉलेजों और क्लबों में इस दिन मैच और प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं, जिससे युवा खिलाड़ी प्रोत्साहित होते हैं।
यह दिवस हमें याद दिलाता है कि
यह दिवस हमें याद दिलाता है कि खेलकूद जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य बनाए रखने में कितना महत्वपूर्ण योगदान देता है। फुटबॉल जैसे खेल से युवा वर्ग में नेतृत्व क्षमता और मित्रता की भावना विकसित होती है। नेशनल फुटबॉल डे खेल प्रेमियों को एक साथ जोड़कर उत्सव का माहौल बनाता है और आने वाली पीढ़ी को खेल संस्कृति से जोड़ने में मदद करता है।
19 जुलाई का दिन विशेष
अंतर्राष्ट्रीय कराओके दिवस
अंतर्राष्ट्रीय कराओके दिवस
19 July special day in India
अंतर्राष्ट्रीय कराओके दिवस
#InternationalKaraokeDay #MusicLovers #SingAlong
अंतर्राष्ट्रीय कराओके दिवस हर साल दुनियाभर में गायन प्रेमियों द्वारा 19 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन लोग दोस्तों और परिवार के साथ कराओके मशीन के जरिए अपने पसंदीदा गाने गाकर मस्ती करते हैं। कराओके जापान से शुरू हुआ और आज यह दुनियाभर में लोकप्रिय है। यह दिन संगीत को करीब से महसूस करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका देता है।
कराओके न केवल मनोरंजन का साधन है
कराओके न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता भी है। पार्टियों, क्लबों और कैफे में इस दिन खास आयोजन होते हैं। इंटरनेशनल कराओके डे सभी को अपनी आवाज़ में छुपे कलाकार को बाहर लाने का अवसर देता है और संगीत के प्रति प्रेम को और गहरा करता है।
19 जुलाई का दिन विशेष
राष्ट्रीय शहरी मधुमक्खी पालन दिवस
राष्ट्रीय शहरी मधुमक्खी पालन दिवस
19 July special day in India
राष्ट्रीय शहरी मधुमक्खी पालन दिवस
#NationalUrbanBeekeepingDay #SaveBees #UrbanNature
राष्ट्रीय शहरी मधुमक्खी पालन दिवस हर साल 19 जुलाई को शहरी मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य शहरों में मधुमक्खियों के महत्व को समझाना और उन्हें सुरक्षित रखने की दिशा में कदम उठाना है। शहरी छतों, बालकनियों और बगीचों में मधुमक्खी पालन से न केवल शुद्ध शहद प्राप्त होता है, बल्कि यह परागण के माध्यम से पेड़ों और पौधों की बढ़ोतरी में भी मदद करता है।
आज शहरीकरण के चलते हरियाली घटती जा रही है
आज शहरीकरण के चलते हरियाली घटती जा रही है, ऐसे में मधुमक्खियाँ शहरी इकोसिस्टम को संतुलित बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाती हैं। इस दिन कई जगह पर कार्यशालाएँ, प्रदर्शनियां और मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। राष्ट्रीय शहरी मधुमक्खी पालन दिवस हमें यह याद दिलाता है कि छोटे-छोटे प्रयासों से भी शहरों में प्रकृति को बचाया जा सकता है और आने वाली पीढ़ियों को हरित वातावरण दिया जा सकता है।
19 जुलाई का दिन विशेष | 19 July special day in India