3 जुलाई का दिन विशेष
3 July special day in India
3 July
special day in India

3 July special day in India
महत्वपूर्ण दिवस
3 जुलाई का दिन विशेष
3 जुलाई का इतिहास
- 1884 : स्टॉक एक्सचेंज डॉव जोन्स ने अपना पहला स्टॉक इंडेक्स प्रकाशित किया।
- 1850: ईस्ट इंडिया कंपनी के अध्यक्ष ने भारत से लाया गया कोहिनूर हीरा इंग्लैंड की महारानी को सौंपा।
- 1852: महात्मा फुले ने दलित बच्चों के लिए पहला स्कूल खोला।
- 1886 : न्यूयॉर्क ट्रिब्यून मुद्रण मशीन का उपयोग करने वाला पहला समाचार पत्र बना।
- 1928: लंदन में पहला रंगीन टेलीविजन कार्यक्रम प्रसारित किया गया।
- 1938: मैलार्ड स्टीम इंजन 202 किमी/घंटा की गति तक पहुँच गया। भाप इंजन का रिकार्ड अभी भी कायम है।
- 2004 : रूस की मारिया शारापोवा महिला विंबलडन चैंपियन बनीं।
- 2005 : महेश भूपति और मैरी पियर्स ने विंबलडन टेनिस का मिश्रित युगल खिताब जीता।
- 2006 : एक्स.पी.14 यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी के बहुत करीब से गुजरा।
3 July special day in India
3 जुलाई जन्म, निधन
3 जुलाई का दिन विशेष
हंसा मेहता जन्म
हंसा मेहता भारत की एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और महिला अधिकारों की पैरोकार थीं। उनका जन्म 3 जुलाई 1897 को सूरत, गुजरात में हुआ था। वे संविधान सभा की सदस्य थीं और संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार समिति में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी थीं।
हंसा मेहता ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार घोषणापत्र में “all men” की जगह “all human beings” करवाकर लैंगिक समानता को वैश्विक दस्तावेज़ में शामिल कराया।
उनका योगदान शिक्षा, सामाजिक सुधार और महिलाओं की स्वतंत्रता के क्षेत्र में ऐतिहासिक रहा।
3 July special day in India
एस. वी. रंगा राव जन्म
एस. वी. रंगा राव (Samarla Venkata Ranga Rao) दक्षिण भारतीय सिनेमा के महान अभिनेता और निर्माता थे। उनका जन्म 3 जुलाई 1918 को आंध्र प्रदेश के नुजिवीडु में हुआ था। वे तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में अपने प्रभावशाली अभिनय के लिए प्रसिद्ध थे।
उन्होंने माया बाज़ार, नर्तनशाला, भक्त प्रह्लाद जैसी कालजयी फिल्मों में यादगार भूमिकाएँ निभाईं। उनका अभिनय गंभीरता, भावप्रवणता और व्यक्तित्व से भरपूर होता था।
रंगा राव को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनका निधन 18 जुलाई 1974 को हुआ। वे आज भी अभिनय के प्रतीक माने जाते हैं।
3 July special day in India
हरभजन सिंह जन्म
हरभजन सिंह भारत के प्रसिद्ध ऑफ-स्पिन गेंदबाज़ हैं, जिनका जन्म 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जालंधर में हुआ। वे “टर्बनेटर” के नाम से प्रसिद्ध हैं और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कई यादगार प्रदर्शन कर चुके हैं।
उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक लेकर इतिहास रचा और भारत की ऐतिहासिक टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाई। हरभजन टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 400 से अधिक विकेट लेने वाले गिने-चुने भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं।
उनकी आक्रामक शैली और जुनून ने उन्हें मैदान पर एक अलग पहचान दिलाई। वे आज भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं।
3 जुलाई का इतिहास
कैप्टन मनोज कुमार पांडेय निधन
कैप्टन मनोज कुमार पांडेय भारतीय सेना के सर्वोच्च वीरों में से एक थे, जिनका जन्म 25 जून 1975 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले के रूढ़ा गाँव में हुआ था। उन्होंने लखनऊ सैनिक स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से शिक्षा प्राप्त की और 1997 में 1/11 गोरखा राइफल्स में कमीशन प्राप्त किया।
कारगिल युद्ध के दौरान 2-3 जुलाई 1999 की रात, खालुबर पोस्ट पर उन्होंने अद्वितीय साहस का प्रदर्शन करते हुए चार बंकरों पर कब्जा किया। दुश्मन की गोलियों से गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद वे अंतिम बंकर तक पहुँचकर अपने साथियों को विजय दिलाकर वीरगति को प्राप्त हुए।
उनकी शहादत 3 जुलाई 1999 को हुई। उनके अंतिम शब्द “ना छोड़नु” आज भी गोरखा रेजिमेंट और समस्त भारतीय सेना के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
3 जुलाई का दिन विशेष
प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस
प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस
3 July special day in India
प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस
#PlasticBagFreeDay #SayNoToPlastic #EcoFriendlyLiving
प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस (Plastic Bag Free Day) हर वर्ष 3 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य प्लास्टिक बैग्स के अत्यधिक उपयोग से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करना और वैकल्पिक, पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
प्लास्टिक बैग्स सस्ते और सुविधाजनक होते
प्लास्टिक बैग्स सस्ते और सुविधाजनक होते हैं, लेकिन ये वर्षों तक नष्ट नहीं होते, जिससे भूमि, जल और समुद्री जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। प्लास्टिक प्रदूषण से नदियाँ, समुद्र और जमीनी पर्यावरण बुरी तरह प्रभावित होते हैं।
इस दिन स्कूलों, सामाजिक संस्थाओं और
इस दिन स्कूलों, सामाजिक संस्थाओं और सरकारों द्वारा प्लास्टिक के उपयोग को कम करने हेतु जनजागरण अभियान, रैलियाँ और कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं।
हमें इस दिन के माध्यम से यह समझने की आवश्यकता है कि छोटे प्रयास जैसे कपड़े या जूट के थैले उपयोग में लाना, बड़े बदलाव की दिशा में पहला कदम हो सकता है।
3 जुलाई का दिन विशेष | 3 July special day in India